नियामक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने के तुरंत बाद टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा.
नई दिल्ली : सरकार अगले छह से आठ महीनों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ भारत में 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने की योजना बना रही है, जिसकी शुरुआत फ्रंटलाइन वर्कर्स से होगी. वास्तविक टीकाकरण कार्यक्रम (Actual Vaccination Programme) शुरू करने से पहले अधिकारियों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शनिवार को देश भर में COVID-19 टीकाकरण के लिए ड्राई रन चल रहा है.
नियामक ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) द्वारा वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने के तुरंत बाद टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा. डीसीजीआई के प्रमुख, वी जी सोमानी ने हाल ही में संकेत दिया था कि भारत में नए साल में एक कोविड-19 वैक्सीन होने की संभावना है. उन्होंने जैव प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Biotechnology) द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में बात की और कहा, “शायद हमारे लिए यह बहुत ही मुबारक नया साल होगा जब हमारे हाथ में कुछ है, यही मैं इशारा कर सकता हूं. ”
यहां आपको भारत के टीकाकरण प्रक्रिया के बारे में जानना चाहिए:
टीका पहले किसे मिलेगा?
1. स्वास्थ्य कर्मचारी: सार्वजनिक और निजी
COVID-19 वैक्सीन प्रशासन के लिए राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह (NEGVAC) द्वारा की गई सिफारिशों के मुताबिक ये वैक्सीन सबसे पहले सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में काम करने वाले लगभग एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिया जाएगा. इन स्वास्थ्य सेवा श्रमिकों को आगे उप-श्रेणियों में विभाजित किया गया है – फ्रंटलाइन स्वास्थ्य और एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS)कार्यकर्ता, नर्स और पर्यवेक्षक, चिकित्सा अधिकारी, पैरामेडिकल स्टाफ, सहायक कर्मचारी और छात्र. उसी का डेटा सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं से एकत्र किया गया है और कॉइन (CoWIN)में फीड जा रहा है, जो कि वैक्सीनेशन ड्राइव को रोल आउट और स्केल करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है.
2. फ्रंटलाइन वर्कर्स और नगरपालिका कार्यकर्ता
राज्य और केंद्रीय पुलिस विभाग, सशस्त्र बल, होमगार्ड, आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा संगठन, जेल कर्मचारियों, नगरपालिका के श्रमिकों और राजस्व अधिकारियों से जुड़े लगभग दो करोड़ फ्रंटलाइन कार्यकर्ता, COVID-19 के नियंत्रण में लगे हुए हैं…
…इनके अलावा सर्विलांस और संबद्ध गतिविधियों में शामिल लोग वैक्सीन प्राप्त करने के लिए कतार में आगे हैं. इनके अलावा राज्य सरकार और रक्षा, गृह, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालयों से जुड़े श्रमिकों को भी इस चरण में सम्मिलित किया जाएगा.
3. 50 वर्ष से अधिक आयु की जनसंख्या
यह समूह दो उप-श्रेणियों में विभाजित है: 60 और 50-60 वर्ष की आयु से ऊपर. इसके लिए लोकसभा और विधान सभा चुनाव की नवीनतम मतदाता सूची का उपयोग टीकाकरण अभियान के तहत आबादी की पहचान करने के लिए किया जाएगा.
4. हाई COVID-19 संक्रमण वाले क्षेत्र
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पहचान किए गए प्राथमिकता वाले समूहों के लिए रोलआउट की प्राथमिकता चरणबद्ध करने के लिए सामान्य लचीलापन होगा. और वह भी NEGVAC द्वारा तय किए गए डाटा के अनुसार पहचाने गए भौगोलिक क्षेत्रों में जहां COVID-19 संक्रमण का प्रचलन अधिक है.
5. शेष जनसंख्या
प्राथमिकता सूची में शामिल लोगों को कवर करने के बाद शेष आबादी को टीका लगाया जाएगा. यहां टीकाकरण महामारी विज्ञान (epidemiology) और वैक्सीन की उपलब्धता पर निर्भर करेगा. टीकाकरण सत्र स्थल पर भीड़भाड़ से बचने के लिए, लाभार्थियों को वैक्सीन एक खास तरीके से दी जाएगी.