आज यानी बुधवार को पूरा भारत महान स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद दिवस Shaheed Diwas 2022 मना रहा है।
23 मार्च, 1931 को, तीन स्वतंत्रता सेनानियों ने औपनिवेशिक शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। तीनों को 1928 में लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के लिए पुलिस उपाधीक्षक जेपी सॉन्डर्स की हत्या का दोषी पाया गया था। वर्षों बाद, आज भी लोग भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को 1947 में भारत की स्वतंत्रता के लिए किए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद करते हैं।
श्रद्धांजलि देते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Tweet किया, “शहीद दिवस पर भारत माता के अमर सपूतों, वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि। मातृभूमि के लिए मरने का उनका जुनून देशवासियों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। जय हिंद!”
आज शाम 6 बजे PM मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल, में बिप्लोबी भारत गैलरी का उद्घाटन करेंगे।
इस बीच, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने Twitter पर तीन स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और उनके द्वारा दिए गए ‘बलिदान’ के लिए उन्हें सलाम किया। “आज भारत के लिए शहीद हुए भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु का शहादत दिवस है। युवा क्रांतिकारियों के बलिदान ने देश में स्वतंत्रता के लिए एक नई चेतना जगाई। मैं उनके बलिदान को सलाम करता हूं। हर पीढ़ी के युवा आपसे प्रेरणा लेंगे।
भारत के लिए शहीद हुए भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को भारतीय स्वतंत्रता का ‘मजबूत स्तंभ’ बताते हुए, हमारे देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इन तीनो की “देशभक्ति” और “ मातृभूमि के प्रति त्याग न केवल लोगों में विदेशी शासन के अत्याचारों के खिलाफ स्वतंत्रता की भावना पैदा की, बल्कि उनका बलिदान आज भी हर भारतीय के लिए राष्ट्र की सेवा करने को प्रेरित करता है।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ऐसे विचार हैं जो हमेशा अमर रहेंगे। जब भी अन्याय के खिलाफ आवाज उठेगी तो उस आवाज में इन शहीदों की अभिव्यक्ति होगी। जिस दिल में देश के लिए मरने की तमन्ना होगी, उस दिल में इन तीन वीरों का नाम होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘देश के स्वतंत्रता आंदोलन के अमर प्रतीक शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के शहादत दिवस पर मैं उन्हें नमन करता हूं, इन वीर जवानों के अमर बलिदान का हर देशवासी सदैव ऋणी रहेगा l
ब्रिटिश राज ने जॉन सॉन्डर्स की हत्या में शामिल होने के कारण तीनों को फांसी की सजा सुनाई थी l वे स्कॉट को मारना चाहते थे क्योंकि उनका मानना था कि उन्होंने प्रख्यात राष्ट्रवादी नेता लाला लाजपत राय की मृत्यु में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जेल ने सिंह को वश में नहीं किया, जिन्होंने जेल में बंद भारतीयों के लिए बेहतर अधिकारों की मांग करते हुए, सलाखों के पीछे भी भूख हड़ताल में भाग लिया।यह निडर भावना है कि भारतीय हर साल शहीद दिवस मनाते हैं।
पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 23 मार्च 2022 को शहीद दिवस (Shaheed Diwas 2022) की छुट्टी की घोषणा की है, जबकि दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार द्वारा पिछले साल 2021 में घोषित सशस्त्र बल तैयारी स्कूल का नाम क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के नाम पर रखा जाएगा।