दुनिया की आधी आबादी को उनके अधिकारों से अवगत कराने के उपलक्ष्य में हर साल 8 March को International Women’s Day मनाया जाता है l अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को केंद्र बिंदु माना जाता है जो लैंगिक समानता, प्रजनन अधिकार और महिलाओं के खिलाफ हिंसा और दुर्व्यवहार जैसे मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करता है I महिलाओं के प्रति प्यार, प्रशंसा और सम्मान दर्शाते हुए इस दिन को महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के तौर पर मनाया जाता है l इसके अलावा महिलाओं को आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक तौर पर मजबूत बनाने का जिम्मा भी इस दिन को दे दिए जाता है I
प्रति वर्ष मनाये जाने वाला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस International Women’s Day किसी न किसी थीम पर आधारित होता हैl वर्ष 2022 की थीम है ‘Gender Equality Today for a Sustainable Tomorrow’ यानी ‘एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता जरूरी’l इस थीम के माध्यम से लैंगिक समानता के ऊपर जोर दिया गया हैl कुछ समय से दुनियाभर में लैंगिक समानता का विषय काफी चर्चाओं में रहने के कारण लोग इस विषय पर बहुत सचेत हो गए है l
साल 2021 में इंटरनेशनल वुमेन्स डे का थीम “नेतृत्व में महिलाएं: एक COVID-19 दुनिया में एक समान भविष्य प्राप्त करना” था l इसमें महिला हेल्थ केयर वर्कर्स द्वारा दुनिया पर प्रभाव आज़माने पर प्रकाश डाला गया था l
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
महिला दिवस मनाने की शुरुआत युनाइटेड नेशन्स (United Nations) ने 8 मार्च 1975 को की थी l लेकिन इसे मनाने की कवायद उससे पहले साल 1909 में ही की जा चुकी थी l दरअसल साल 1909 में अमेरिका में पहली बार 28 फरवरी को महिला दिवस मनाया गया था l सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने न्यूयॉर्क में 1908 में गारमेंट वर्कर्स की हड़ताल को सम्मान देने के लिए इस दिन का चयन किया था l
पहली बार 28 फरवरी को रूसी महिलाओं ने महिला दिवस मनाते हुए पहले विश्व युद्ध का विरोध दर्ज किया था l रूस की महिलाओं ने ब्रेड एंड पीस की मांग को लेकर 1917 में हड़ताल की I हड़ताल फरवरी के आखिरी रविवार को शुरू हुई I यह एक ऐतिहासिक हड़ताल थी और जब रूस के जार ने सत्ता छोड़ी तब वहां की अन्तरिम सरकार ने महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया I यूरोप में महिलाओं ने 8 मार्च को पीस ऐक्टिविस्ट्स को सपोर्ट करने के लिए रैलियां निकाली थी I रूस (Russia) सहित कई देशों में तो इस दिन अवकाश भी रखा जाता है I
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व
महिलाओं के हौसलों को बुलंद करने और समाज में फैले असमानता के भाव को दूर करने के लिए इस दिन का काफी महत्व है Iमहिला दिवस मनाने का उद्देश्य नारियों को समाज की कुरीतियों से बाहर निकालकर उन्हें विकसित होने का सुअवसर प्रदान करना है।महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें प्यार-सम्मान देने को लेकर यह दिन तय किया गया है I
समाज के लोगों को जागरूक करने के उपलक्ष्य को लेकर( International Women’s Day ) अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है I हमारे ग्रंथ आदि में भी कहा गया है- यत्र नार्यस्तु पूजयन्ते रमंते तत्र देवता। अर्थात जहाँ नारियों की पूजा की जाती है वहां देवता निवास करते हैं।
3 रंगों का है महत्व
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन को तीन रंगों बैंगनी, हरा और सफेद से प्रदर्शित किया जाता है I ये तीन रंग दुनिया को एक खास संदेश देते हैं I ब्रिटेन की वीमेंस सोशल एंड पॉलिटिकल यूनियन (Women Social Political Union) द्वारा साल 1908 में ये तीन रंग चयनित किए गए थे lअंतरराष्ट्रीय महिला दिवस अभियान के अनुसार बैंगनी रंग न्याय और गरिमा को दर्शाता है, वहीं हरा रंग उम्मीद को प्रदर्शित करता है I सफेद रंग शुद्धता का सूचक माना जाता है I इस तरह ये तीनों रंग मिलकर महिलाओं के लिए न्याय, गरिमा, उम्मीद और शुद्धता का प्रतीक हैं I